बिहार की जनता को अपील | बिहार चुनाव विशेष

Subject: बिहार की जनता को अपील | बिहार चुनाव विशेष
From: उदय पोफली
Date: 4 Oct 2015

प्यारे बिहार वासियों,

सबसे पहले मै अपना परिचय दे दू | मै उदय संजय पोफली महाराष्ट्र के गोंदिया से आता हु और हाल ही में मुझे महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना का गोंदिया जिले के लिये प्रचार प्रमुख बनाया गया है | मै बहोत दिनों से आपसे बात करना चाहता था पर उचित समय का इंतजार मुझे रोके हुए था | मेरी उम्र अभी २५ साल है और इन २५ सालो में जो बिहार मै समझ पाया हु, उसे देख कर मुझे बहोत दुःख हुआ | जिधर देखो उधर गुंडई, बेटी घर के बाहर नही जा सकती, पढाई गोल, बिजली गोल, पानी गोल | जातीवाद के बारे में तो पूछो मत साहब मौका मिले तो एक दूजेका सिर फोड़नेके लिए चौबीस घंटे तैयार |

कौन है इसकेलिए जिम्मेदार? कभी सोचा है आपने? आप या मै? जरा सोचिये जवाब आपके पास ही है | इसके लिए जिम्मेदार है आपके नेतागण चाहे वह जिस किसी भी पार्टी के हो | इन्होने आपको ६० सालो तक लढाया है | ब्राह्मण, यादव, जाट, राजपूत, अगड़ा, पिछड़ा, दलित, महादलित, भूमिहार, मुसहर और क्या क्या वर्गों में आपको बाट रखा है | क्या मिला आपको ६० सालो में? आजतक तो आपने हिन्दू-मुस्लिम और ब्राह्मण-यादव-दलित यह देखकर मतदान किया और उसका परिणाम आज आपका प्रदेश भुगत रहा है | जाती-जाती को लढाकर आज भी बिहार में चुनाव होते है यह बेहद दुःख की बात है| क्या बिहार इससे बाहर आएगा? कभी विकास के नाम पर वोट पड़ेगे क्या? यह सवाल मेरे दिल में अक्सर आता है |

मै जब बाकी के राज्य देखता हु तो मै गर्वान्वित महसूस करता हु | और क्यों ना करू मेरे देश के राज्य जो है | राज्य बढ़ेंगे तो ही देश बढेगा | पर बिहार की हालत ऐसी क्यों? क्या यह परिस्तिथि बदल नही सकती? तो जवाब है हा | पर उसके लिए आप को एक संकल्प करना होगा | जातिवाद को नकारे और विकासात्मक जो सामने आये उसे मतदान करे | आप लोग राज ठाकरेजी से काफी खफा रहते है | पर आपने सोचा की वह ऐसा क्यों करते है | वह तो आपके हक की बात करते है, जो आपके स्थानिक नेता आपको नही दे पाए | आपको महाराष्ट्र में आपके परिवार से दूर आ कर पैसे कमाने पड़ते है तो आप अपने प्रदेश में रहिये वही कमाए और अपना प्रदेश बड़ा करे | हमे बिहारी लोगो से कोई तकरार नही है पर यहा आकर जो दंगा मचाते है, ठीक से बात नही करते उनसे तकरार है | अच्छा जरा सोचिये अगर मै आपके घर में आऊ मेरे मन मुताबिक रहू तो आपको परेशानी तो होगी ना? वैसे ही महाराष्ट्र हमारा घर है आप आईये रहिये बाबासाहब आंबेडकरजी ने आपको अधिकार दिया है आप कही भी आ – जा सकते है | पर साथ में बाबासाहबजी ने यह भी स्पष्ट कहा है, की अगर आप किती राज्य में जाते है तो जो वहा के स्थानिक होते है उन्हें तकलीफ नही होनी चाहिए, साथ में उन्होंने यह भी स्पष्ट किया की अगर ऐसा Migration चलता रहा तो बहोत बड़ा प्रादेशिक असमानता होगी | आपने कभी सुना के कोई इंजीनियरिंग या डॉक्टर बनने आया है आपके प्रदेश से उसको कोई तकलीफ हुई हो या उसे किसीने मारा हो, क्यों की ये लोग गुंडई थोड़ी ना करते है | राज साहब के भी आज बहोत मित्र गुजरती, मारवाड़ी, उत्तरप्रदेश और बिहार के है | मुंशी प्रेमचंदजी आये, रजत शर्मा आये, रविश कुमार आये हम आपके लिए रेड कारपेट डालेंगे इसमें कोई शक नही |

राज ठाकरेजी जी को सवाल पूछने या कोसने से अच्छा आपने कभी आपके नेता को पूछा के हमें रोजगार के लिए बाहरी प्रदेशो में क्यों जाना पड़ता है? स्वतंत्रता तो सबको साथ में मिली फिर भी बाकि राज्यों ने अपनी प्रगति कर ली फिर आपके राज्य क्यों पिछड गये? यह आपने सोचा? इसका कारण है आपके नेता | राज ठाकरे को कोसने से कुछ नही बदलने वाला साहब उन्होंने तो मोदीजी से अपील की थी लोकसभा चुनाव जितने एक बाद पहले पांच साल वह सिर्फ उत्तर प्रदेश, बिहार और झारखण्ड पर लगाये. बाकी किसी नेता ने यह बोलने की हिम्मत दिखाई क्या? श्री. एस. डी. देवेगौडा, ममता बनर्जी, मुलायमजी, चौटालाजी यह बोल पाएंगे क्या? हमारी उत्तर प्रदेश और बिहार के लोगो से कोई तकलीफ नही है | तकलीफ उन लोगो से है जो इधर आ कर गुंडई करते है | अगर आप आपने नेताओ को कोसे और उन्हें जात पात छोड़कर विकासत्मक राजनीती करने पर विवश कर दे तो एक नया उत्तर प्रदेश और बिहार खड़ा होने में देर नही लगेगी | बिहार के तरफ देखता हूँ तो जयप्रकाश नारायणजी की याद आती है, बाबुजगजीवन राम मुझे याद आते है | पर अब क्या हाल बना दिए आपके नेता बिहार का |

बिहार में चुनाव सर पर है | और आपको पत्र लिखनेका मुझे यही एक अच्छा अवसर लगा | मै आपसे एक वचन चाहता हूँ | की इस बार आप उसी उम्मीदवार को मतदान करे जो कुछ करने की क्षमता रखता हो, जिसकी जात, धर्म भारतीय हो, और जो आपसे वादा करे की आपको रोजगार आपके जिले में, आपले तहसील में, और आपके ग्राम में दिलवाएगा, चाहे वह किसी भी पक्ष का हो | बहोत हुई जाती की राजनीति इसने उत्तर प्रदेश \ बिहार के कई साल बर्बाद कर दिए अब आगे क्या करना है यह आप पर निर्भर करता है | आप अपने राज्य के बाहर रहते है, आपके बच्चे, माँ, बाप और लुगाई सब से कोसो दूर और इसके लिए जिम्मेदार आपके नेता तो है | क्यों की उन्होंने कुछ किया नही, इसलिए आप लोगो को बाहर रोजगार के लिए जाना पड़ता है | पर इसमें दोष आप जनता का भी बनता है क्यों की आप लोगो ने सवाल नही पूछे अपने नेताओ से | पांच साल बाद जनता को जवाब नही पैसे देने पड़ते है यह हालत है इस देश की, और यह बेहद शर्मनाक बात है | बॉलीवुड में पिक्चर बनती है, ओमकारा, गंगाजल, वासेपुर उसमे बिहार की गुंडई दिखती है वही परिस्तिथि आज बिहार मे है इसको कोई नकार नही सकता | यह चित्र आपको बदलना है और आप ही यह कर सकते है |

सलमान शारुख का सिनेमा फ्लॉप हो गया तो ६ महीने में दूसरा आयेगा, सचिन तेंदुलकर की सेंचुरी नही हो पायी तो दूसरी मैच है पर चुनाव तो पांच साल में एक बार आते है | अगर आप चुके तो पांच साल केजरीवाल. मुझे पता है आप मुझे वचन देंगे के कोई बि (हार) नही मानेगा | एक मजबूत सशक्त बिहार को खड़ा करे | जो जातिवाद से कोसो दूर होगा | याद रखिये “जो बिहार में मुझे रोजगार देगा उसी को मै वोट करुगा” यह मंत्र आपको जपना है, और जो भी नेता आये उसे बोलना है | परिवर्तन आने में देर नही लगेगी यह वादा है आपसे | बनाइये पटना, लखनऊ को मुंबई, इससे देश ही तो बड़ा होगा ना |

जय हिन्द !

आपका

उदय पोफाली

प्रचार प्रमुख, महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना, गोंदिया जिला.

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